दीपावली पर लक्ष्मी सरस्वती गणेश की पूजा क्यों करते है?

दीपावली: लक्ष्मी सरस्वती गणेश

कुछ जगह लक्ष्मी, सरस्वती और गणेश जी की पूजा दीपावली में की जाती है। तो कुछ जगह केवल लक्ष्मी, गणेश जी की पूजा दीपावली में की जाती है। यद्पि हमें लक्ष्मी, सरस्वती और गणेश जी पूजा दीपावली में करनी चाहिए।

लक्ष्मी जी की पूजा दीपावली पर क्यों की जाती है?

कार्तिक मास की सघन काली अमावस्या के दिन दीपावली मनाते है। इसी थिति पर या इस दिन समुद्र मंथन हुआ था। और समुद्र मंथन से लक्ष्मी जी का जन्म हुआ था। तो कार्तिक मास की अमावस्या को लक्ष्मी जी का जन्मोत्सव है। परन्तु एक बात का ध्यान रहे, दीपावली राम के वनवास आने पर मनाया गया था। राम के जन्म के पूर्व भी लक्ष्मी जी की पूजा इसी दिन (थिति पर) की जाती थी, जिस थिति पर आज दीपावली मनाई जाती है। अर्थात् लक्ष्मी पूजन पहले भी किया जाता था, बाद में इसी दिवस पर दीपावली भी पड़ गयी। तो यह दो अलग-अलग त्यौहार एक ही दिन पड़ गए।

सरस्वती जी की पूजा दीपावली पर क्यों की जाती है?

एक बुद्धिहीन व्यक्ति लखपति-अरबपति हो जाये। तो जो धन उसके पास है, उसको वो कहीं भी-कभी भी बेमतलब का फिजूल खर्च कर सकता है। क्योंकि लक्ष्मी का स्वभाव चंचल है। लक्ष्मी एक जगह नहीं ठहर सकती। इसके लिए हमें सद बुद्धि / ज्ञान की आवश्यकता है। अतएव सद बुद्धि / ज्ञान के लिए सरस्वती जी की आराधना (पूजा) की जाती है, जिससे हमारे पास धन के साथ-साथ सद बुद्धि / ज्ञान भी रहे। ताकि उस धन (लक्ष्मी) का धर्मिक कार्य व कर्म-धर्म के पालन में सही-सही प्रयोग कर सके।

गणेश जी की पूजा दीपावली पर क्यों की जाती है?

अगर हमारे पास धन भी हो! और बुद्धि / ज्ञान भी हो! तब भी हमारा काम नहीं बनेगा। क्योंकि एक चीज की कमी है। वो है, कार्य मंगलमय हो। क्योंकि गणेश जी सर्व मंगल मांगल्ये है। अर्थात् सब प्रकार का मंगल प्रदान करने वाले है और विघ्न हारता है। अतएव हमारा धर्मिक कार्य व कर्म-धर्म का कार्य मंगलमय हो इसलिए गणेश जी की पूजा की जाती है।

परन्तु एक बात का ध्यान रहें यह दीपावली पर लक्ष्मी, सरस्वती और गणेश जी की पूजा करना दीवाली मनाना नहीं हैं। हमने आपको बताया है, आप भूले न होंगे कि दीवाली के दिन दो त्यौहार पड़ गए है, एक तो दीपावली का त्यौहार है और दूसरा लक्ष्मी सरस्वती और गणेश की पूजा का पर्व।

अवश्य पढ़े दीपावली मनाने का वास्तविक कारण व उद्देश्य क्या है?

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