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क्यों तुलसीदास जी ने लिखा ढोल गवाँर सूद्र पसु नारी? क्या सही अर्थ है?
ढोल गवाँर सूद्र पसु नारी। सकल ताड़ना के अधिकारी॥ का सही अर्थ क्या है? इस लेख को धैर्य पूर्वक पढ़े हम सभी शंकाओं का समाधान इस लेख में करने वाले है। अस्तु, गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस का पारायण हम बचपन से ही करते आ रहे हैं। लेकिन समय-समय पर इसके तमाम अंशो पर सवाल उठाये जाते रहते हैं। इसमें से एक चौपाई जिसका सबस…
नवधा भक्ति क्या है? - रामचरितमानस
व्यक्ति अपने जीवन में कई प्रकार की भक्ति करता है। उनमें से, ईश्वर भक्ति के अंतर्गत नवधा भक्ति आती है। ‘नवधा’ का अर्थ है ‘नौ प्रकार से या नौ भेद’। अतः ‘नवधा भक्ति’ यानी ‘नौ प्रकार से भक्ति’। इस भक्ति का विधिवत पालन करने से भक्त भगवान को प्राप्त कर सकता है। जिन भक्तों ने भगवान को प्राप्त नहीं किया है और जिन्होंने प्राप्त किया है, …
देवताओं द्वारा माता देवकी गर्भ-स्तुति। - भागवत पुराण
भगवान वसुदेवजी के मन में आकर उनके मन से देवकीजी के मन में आ गए। वे प्राकृत जीवों की भांति गर्भस्थ नहीं हुए। यद्यपि देवकीजी को लीला से गर्भस्थिति सी प्रतीत हुई। एक दिन देवताओं ने कंस के कारागार में आकर स्तुति की जो ‘गर्भस्तुति’ के नाम से विख्यात है।
ब्रह्मा भवश्च तत्रैत्य मुनिभिर्नारदादिभिः।
देवैः सानुचरैः साकं गीर्भिर्वृषणमैडयन्…
देवैः सानुचरैः साकं गीर्भिर्वृषणमैडयन्…
ब्रह्मा जी की आयु है इस ब्राह्मण की आयु।
सृष्टिकर्ता ब्रह्मा जी हैं। इनकी आयु ब्राह्मण की आयु के बराबर होती है। ब्रह्मा जी की आयु १००० महायुगों के बराबर होती है।
ब्रह्मा की काल गणना
ब्रह्मा जी की आयु 100 वर्ष है। जिसमें से उनकी आधी उम्र बीत गयी है। चारों युग
सत युग - 1,728,000 मानव वर्ष
त्रेता युग - 1,296,000 मानव वर्ष
द्वापर युग - 864,000 मानव वर्ष
कलि युग - 432,000 मा…
त्रेता युग - 1,296,000 मानव वर्ष
द्वापर युग - 864,000 मानव वर्ष
कलि युग - 432,000 मा…