हम नया साल क्यों मानते हैं?
नव वर्ष, नया साल।
जो कहना हैं वो कहेदो। आज हम लोग इस दिन क्या-क्या नहीं करते हैं। मेक्सिको में तो लोग इस दिन अंगूर खाते हैं। अमेरिका में लोग, बड़े सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। ऑस्ट्रिया में लोग सड़कों पर जाके नृत्य करते। वहाँ की नगरपालिका आयोजन करती हैं एक श्रृंखला बैंड और आर्केस्ट्रा खेललो का।
हमारे भारतवर्ष में तो नाजाने क्या-क्या नहीं होता हैं। लोग दोस्तों परिवार के साथ "पब बार" में जश्न मानते हैं, खाना-पीना होता हैं। मदिरा का पान होता हैं। जो मध्यम वर्ग के हैं, वो लोग घर पर तरह-तरह के पकवान बनते हैं, खाने का मजा लेते हैं। और कुछ लोग तो रात भर नाचते हैं। और नजाने कितने तरह से लोग नया साल का स्वागत करते हैं। आप लोग भली-भाँति जानते हैं। सब का आपन-आपन तरीका है, इस शाम और अगले वर्ष का स्वागत करनेका।
आप लोग ये सोच रहे होंगे कि हम नया साल क्यों मानते हैं इस पर लेख होगा। ये लोग क्या करते है, ये क्यों लिखा हैं। फालतू का। मैं आप से प्रश्न करता हूँ, आप क्यों मानते हैं नया शाल? अगले साल का स्वागत करने के लिए! नया साल आछे से बीते! नये साल में कुछ नया करे! व नया संकल्प लेने केलिए! क्यों मानते हैं, आप लोग? क्या आपने कुछ खास काम किया हैं?
अरे! ये तो एक दिन है, जैसे १ तारीख, फिर २ तारीख। ३१ दिसंबर, फिर १ जनवरी। क्या नया है? कुछ नहीं। एक दिन बदल गया हैं, जिसे रोज बदल जाता हैं, बस! और कुछ नहीं हैं। अरे! क्या पैसे फूक रहेहो। क्या कर रहेहो? सोचो मित्रो दोस्तों प्यारे भाई माताएँ एवं बहनो।